HOT STORIESOF INDIANS: चूतो का समुंदर-2(6-10)

Wednesday 15 July 2020

चूतो का समुंदर-2(6-10)

चूतो का समुंदर-2(6-10)




मैं(मन मे)- साली रात मे तो दूर भाग रही थी ऑर अब देखो….सटा सट ….क्या चीज़ है ये….ऐसा चेंज…फिर मैने सोचा की आज इसको तडपा के चोदुन्गा…रात का हिसाब बराबर जो करना था

नीचे पूनम ने अब मेरी बॉल्स को मुँह मे भर लिया ऑर लंड को हाथ से हिला रही थी.....



मैं-आअहह(बॉल्स पूनम के मुँह मे जाते ही मेरी आह निकल गई)

पूनम(बॉल्स को मुँह से निकाल कर)-आअहह….मेरी जान…कब्से तड़प रही थी….आप पूरा बसूल करूगी…(ऑर इतना बोलकर पूनम 1 ही बार मे मेरे लंड को पूरा मुँह मे ले गई…मेरी तो आहह निकल गई
मैं-आअहह…..मेरी रानी…..मेरा लंड भी कब्से तड़प रहा था… चूस ले……आअहह
पूनम-उउउम्म्म्ममममगग्घहूंम्म्म....उउउम्म्म्म
मैं-आअहह....ओर तेज...हहाअ...अंदर तक....आअहह...मज़ा एयेए...गगगययाअ
करीब 5 मिनट मेरे लंड को ताबड़तोड़ चूसने के बाद पूनम ने मेरा लंड अपने मुँह से निकाल के कहा
पूनम-आअहह….मज़ा आ गया….
मैं-रुक क्यो गई ….रस तो पी ले
पूनम-अभी नही राजा….आज तो इसको सीधे अंदर ही डालुगी….मुँह से नही…चूत से
मैं-नही…आज तेरी गंद से जायगा तेरे अंदर
पूनम-तो दो बार निकालना होगा...मुझे चूत मे भी चाहिए
मैं(सोच कर…कि टाइम कम है)- ओके जान आज तेरी मानता हू…गंद बाद मे..
पूनम- थॅंक यू जान
मैं-तो आजा फिर

पूनम खड़ी हुई और मेरा लंड पकड़े हुए बेड की तरफ जाने लगी…बेड के पास पहुच कर उसने मुझे बेड के किनारे पर बैठाया ऑर खुद घुटनो पर बैठ के एक ही बार मे लंड को मुँह मे भर गई ऑर चूसने लगी…




पूनम मेरा लंड चूस रही थी कि मेरा सेल्ल्ल बजने लगा…
मैने सेल देखा ….अरे संजीव का मेसेज

संजीव(मेसेज)- भाई टॅबलेट काम कर गई…बाथरूम के दो राउंड हो गये…पूरा पेट पानी हो गया…तू कहाँ है
मैने रिप्लाइ किया
मैं(मेसेज से)-भाई मैं पूनम के रूम मे ही हूँ...अब तू जा ऑर आंटी को सब बता दे ऑर बोल दे कि वो मेरे साथ शॉपिंग जाए…तू जा नही पायगा ओके
संजीव(मेसेज)-ओके…तू कर क्या रहा है…बोर तो नही हो रहा
मैने (मन मे )-साले तेरी ऐसी रंडी बेहन के होते हुए भला कौन बोर होगा ऑर मैं क्या कर रहा हूँ ये कैसे बताऊ…कि तेरी बेहन से लंड चूसा रहा हू ऑर चुदाई भी करूगा….सोचते-सोचते मैं हँसने लगा ऑर मेसेज का रिप्लाइ दिया
मैं(मेसेज)- भाई मेरी टेन्षन मत ले…तेरे लिए बोर भी हो लुगा , तू काम पर ध्यान दे…फिर बता मुझे
संजीव(मेसेज)-ओके
मैने सेल साइड मे रखा ...जब तक मैं मेसेज कर रा था , पूनम मेरा लंड ही चूस्ति रही….फिर लंड को मुँह से निकाल कर बोली
पूनम-आहह…कौन था
मैं-तेरा भाई
पूनम(घबडा कर)-यहाँ तो नही आ रहा
मैं-नही तू टेन्षन मत ले…मैने बोल दिया कि तेरी बेहन चुद रही है मुझसे ...यहाँ मत आ... बाद मे आता हूँ(ऑर हँसने लगा)
पूनम(गुस्से से)-सच बोलो
मैं-टेन्षन मत ले वो बाथरूम गया है...जब तक तेरी ठुकाई करता हूँ
पूनम-(रिलॅक्स होते हुए)-तब ठीक है..पर जल्दी करो
मैं-ह्म्म...तो आजा…तेरा चूत रस पिला

मैने पूनम को उपर आने को बोला ऑर मैं बेड पर लेट गया….
मैने इशारे से पूनम को मेरे मुँह पर बैठने को कहा…पूनम ख़ुसी से मेरे मुँह के आजू-बाजू अपने घटनो को रखते हुए …धीरे -2 मेरे मुँह के उपर आ गई….

अब मेरी आँखो के सामने पूनम की प्यारी चूत थी…बिल्कुल चिकनी…शायद आज ही सेव की थी…
चूत की खुसबू मेरी नाक मे अंदर तक आ रही थी
साला…पता नही क्यो लेकिन चूत चूसने मे मुझे बहुत मज़ा आता है …

मैने अपने मुँह को उपर करके..अपनी जीभ को पूनम की चूत से टच ही किया कि पूनम की आह निकल गई…
पूनम---आअहह

मैने धीरे-2 पूनम की चूत पर जीभ फिराता रहा ओर पूनम मस्ती मे सिसकती रही....



थोड़ी देर तक चूत चाट ने के बाद मैने पूनम की गंद पकड़ कर उसकी चूत को अपने मुँह के ऑर पास कर लिया…ऑर जीभ को अंदर डालने लगा

पूनम-आआहह…बब्बहाऐईइ…आआहह



मैने अपनी जीभ को चूत के अंदर तक ले जाकर…घुमा रहा था…मैं लगभग 2 मिनट तक कंटिन्यू जीभ को चूत मे घुमाता रहा…

पूनम---आआहह….ससीईसीई…ब्ब्बभहाऐईयइ…क्क्क्ययय्याअ…क्कार्र…र्राहहीए….हमम्म्म…..आआहह……म्म्म्मा आज़्ज़्ज़्ज़ाअ…..हहाअ….
.कककाररर्त्ततीए…..हमम्म्म…कक्खाअ…..ज्ज्जाआ……आआहह
पूनम भी अपनी गंद घुमा कर अपनी चूत मे जीभ को अंदर घुसाने की पूरी कोसिस मे साथ दे रही थी

पूनम—आअहह…बब्बहाऐईयइ….आअन्न्न्ंददार्रर…आअहह…बब्बहाइईइ….म्म्मारयन..आऐईयईईई….आहहाहह

इतना कह कर पूनम मेरु मुँह पर अपनी चूत के रस को बरसाने लगी ओर मैं भी प्यासे की तरह…मज़े ले पूरा चूत रस पी गया….ऑर फिर पूनम की चूत मे अंदर जीभ डाल कर बचा हुआ रस चाट गया….

चूत रस पीने के बाद मैने पूनम को साइड किया ऑर वो मेरे साइड मे आ कर लेट गई…

मैं-आहह…मज़ा आया मेरी जान
पूनम-आअहह…भाई क्या कमाल की चुसाइ की है आज….मज़ा आगया
मैं-तेरी चूत है ही ऐसी की देखते ही खा जाने का मन करता है
पूनम-तो रोका किसने है…आपकी है भाई…जब चाहे तब खाओ..

इसके बाद हम किस करने लगे, लेटे हुए……

थोड़ी देर किस करने के बाद…मैने किस छोड़ कर कहा…

मैं-चल आजा…टाइम कम है…तुझे सवारी करवाता हूँ
पूनम-इसके लिए तो हमेशा तैयार हूँ मैं

इसके बाद पूनम बैठ कर मेरे लंड के उपर झुक गई…ऑर लंड को चूसने लगी….लंड को चूस के गीला करने के बाद पूनम मेरी जाघो के दोनो तरफ पैर रख कर घुटनो पर बैठते हुए …अपने हाथ से मेरा लंड अपनी चूत पर सेट करने लगी ओर धीरे-धीरे बैठने लगी

मैने मौका देखा ऑर उसकी कमर को पकड़ कर झटके के साथ उसे अपने लंड अंदर तक बैठा दिया

ऐसा करने से पूनम की चूत मे मेरा पूरा लंड एक ही झटके मे अंदर तक चला गया…ऑर पूनम के मुँह से चीख निकल गई…बट उसने चीख कंट्रोल कर ली ओर उसका मुँह खुला का खुला रह गया

पूनम-आअहह…म्म्मा अररर गई..

मैं-अभी कहाँ…अब देख

ऑर मैने पूनम की कमर पकड़ कर उसे उपर नीचे करना सुरू कर दिया …

(मैने पूनम को पीछे 5-6 मंत से चोद रहा था…इसलिए…अब उसे ज़्यादा दर्द नही होता…मेरे लंड की आदत लग गई है उसे)

पूनम ने अपनी बॉडी को मेरे उपर झुका दिया ओर मैं उसके बूब्स को मुँह मे भर कर चूसने लगा...….




पूनम थोड़ी देर मे मस्ती मे सिसकने लगी...

पूनम-आअहह….ऑर तेज…आहह…हाँ आईइस्सी हहिि...

मैं-(बूब को मुँह मे भरे हुए)-मम्मूउउहह

पूनम-हाँ ओर तेज…आहह…..आआअहह….तेज..बब्बहाऐईइ

मैं(बूब्स को मुँह से निकाल कर कहा)- तू मुझे भाई क्यो बोलती है चुदाई के टाइम...

पूनम-तू बब्बहाइईइ ही है….भाई का दोस्त भाई...
मैं- तुझे चोदते हुए सैयाँ हूँ तेरा...भैया क्यो बोलती है..???
पूनम-अया भाई....भाई से चुद रही हूँ ये सोच कर चूत ज़्यादा गरम हो जाती है....आअहह...इसलिए...आअहह भाई..चोदो अपनी बहन को...आअहह

मैं(हँसते हुए)-तो तू अपने भाई से चुद रही है
पूनम- हहााअ…बब्बहाऐईयइ……म्म्माहआज़्ज़्ज़ाअ बढ़ जाता है….भाई से चुद्कर..

मैं-(सोचकर)- तो तू संजीव से भी चुद जाएगी...???

पूनम(जो अभी चुदाई के नशे मे थी)-हाअ....उउउस्सी भाई.....बबबीएहंनंन्ककचहूओद्द...हमम्म्म.....बना ......आअहह....दुगी

मैं-(मन मे...ये तो साली सच मे रंडी है)

पूनम-आअहह…भाई…ज्ज्ज्ूओर्रर…सस्सीए…..कक्चछूड्ड़डूव….ब्ब्बबबीएहाआंन्न ..क्कूव…ज्ज्ज्ूओर्रर्र सससी

मैने पूनम को पलटा कर बेड पर डाला ओर उसके पैरो को घुटने से मॉड्कर…उसके सीने से लगा दिया ऑर तेज़ी से उसे चोदने लगा....




पूनम-आअहह…बब्बहाईयाीई……ब्ब्ीएंन्नकचहूओद्दड़….फ्फ़ाआड्द्ड़ द्डडीईए…बबबीईहनन्न क्क्कीईइ..

मैं-आअहह….मेरी प्यारी बेहन….ले भाई का ….अंदर तक ले
पूनम-आअहह बब्बहाइईइ…ऊओररर त्ट्तीएजज़्ज़्ज्ज्ज…..फ़फफाद्दद्ड द्डूडू
मैं-ययईए ले….रंडी बेहन…..पूरा ले

पूनम-आअहह....उउउम्म्म्म......बब्बहाऐईइ म्माऐईिईन्न्न आआईयइ
ऐसा बोलते ही पूनम झड़ने लगी.....

मैं-मैं भी आया बेहन......आआहह...मेरी रंडी
पूनम- ब्ब्बभाअररर दददू बब्बहाऐईयईई......आअदददाअरर हहिि बब्बहाअररर दददू....

मैं-तो ये ले(ये कहते हुए पूनम की चूत मे झड़ने लगा)

जब मैं पूरा झड गया तो मैं पूनम के उपर लेट कर उसके बूब्स चूसने लगा



पूनम(मेरे सिर पर हाथ घूमाते हुए)-आअहह भाई मज़ा आ गया…कल रात की कसर निकल…गई

मैं-(बूब्स चूस्ता रहा)

पूनम- रात मे पता नही कैसी आँख लगी भाई कि सुबह ही खुली

मैं(चौन्कते हुए…बूब्स को मुँह से बाहर निकला ऑर बोला)-क्या???

पूनम- हाँ भाई कल पता नही दूध पीकर सो गई ओर सुबह ही आँख खुली..

(मैं ये सुनकर चक्कर मे पड़ गया की अगर रात मे मेरा लंड चूसने वाली ये नही थी तो कौन थी….मैं तो अभी तक यही सोच रहा था कि पूनम ही थी….
फिर मैने सोचा ….कि इसे बताऊ कि नही….दिल ने जवाब दिया कि मत बता….)

मैं(सोच से बापिस आते हुए)- कोई नही मेरी प्यारी बेहन…अब तो खुश है ना

पूनम-हन भाई…बस ऐसे ही अपनी बेहन को चूत का ख्याल रखना मेरे भाई(ओर पूनम ने मुझे किस कर दिया)

अब हम अलग हुए ऑर मैने कहा

मैं-अब कपड़े पहन ले…तेरा भाई वेट कर रहा होगा…यहाँ ना आ जाय

पूनम –हां(ऑर ये कहकर वो भी अपने कपड़े पहन ने लगी

कपड़े पहन ने के बाद हम ने रूम का गेट अंदर से खोल दिया ऑर बेड पर बैठ गये ओर मैं संजीव के मेसेज का वेट करने लगा...

मैने पूनम से कहा
मैं-पूनम …तू कह रही थी कि भाई से भी चुदवाउन्गी….सच मे

पूनम-अरे वो तो ऐसे ही निकल गया मुँह से(ओर उसने नज़रे घुमा ली)

मैं-सच बोल…

पूनम-(गुस्से से)- बोला ना ऐसा कुछ नही…कुछ ऑर बात करो…हटाओ इसे

(पूनम की आँखे ऑर ज़बान अलग-2 बाते कर रही थी…पर मैने सोचा अभी बात को आगे नही बढ़ाते…इसे फिर कभी देखेगे…ओर वैसे भी अभी ये भी पता करना है कि अगर कल रात मेरा लंड चूसने वाली पूनम नही थी…तो था कौन….??? )

मैं सोच ही रहा था कि मेरे सेल पर संजीव का मेसेज आ गया---

संजीव(मेसेज)-इट्स डन भाई….आज तू ऑर मोम जायगे नीचे आजा…मोम बुला रही है
मैने मेसेज पड़कर सेल पॉकेट मे डाला ऑर पूनम को किस करके जाने लगा

पूनम(पीछे से)-अब कब करोगे

मैं-टेन्षन मत ले जल्दी ही करूगा...वैसे भी गंद की चुदाई बाकी है..हाहहहा.

पूनम(शरारती मुस्कान के साथ)-गंद को इंतज़ार रहहा

मैने पूनम को स्माइल दी ओर नीचे आ गया….वहाँ संजीव ओर उसकी मोम बैठे हुए
मेरे आने का वेट ही कर रहे थे….....
मैने पूनम की चुदाई करके नीचे आ गया , जहाँ संजीव ओर उसकी मोम सोफे पर बैठे हुए थे….संजीव थोड़ा थका सा लग रा था….

मैं- क्या हुआ संजीव…थका सा लग रहा है

संजीव कुछ बोलता उसके पहले उसकी मोम ने कहा

आंटी1- बेटा संजू को लूजमोषन हो गया है….

मैं-क्या यार…ऐसा कैसे हो गया…क्या खा लिया…

संजीव-कुछ नही यार….पता नही कैसे हो गया

मैं-कोई नही चल डॉक्टर के पास चलते है

संजीव-नही भाई…मैं ठीक हूँ…टॅबलेट ले ली है शाम तक ठीक हो जाउन्गा…डॉन’ट वरी

मैं-ओके तो चल तुझे तेरे रूम मे छोड़ देता हूँ…रेस्ट कर

संजीव-हाँ छोड़ देना…पर पहले मेरी बात सुन

मैं-हां बोल

संजीव(अपनी मोम को देखते हुए)-वो यार मोम को शॉपिंग ले जाना था….ओर मैं जा नही सकता इस हालत मे..

आंटी1(बीच मे ही बोल पड़ी)-अरे तुम रेस्ट करो शॉपिंग रहने दो

संजीव(मासूमियत से)-बट मोम आपको शादी मे जाना है ना….

आंटी1-तो क्या हुआ…मेरे पास बहुत सी साड़ियाँ है…शॉपिंग की खास ज़रूरत नही

संजीव-बट मोम आप शॉपिंग जाओ….वैसे भी वो आंटी आपको गाओं की कह कर ताने देती है…मैं नही चाहता कि मेरी मोम को कोई ताने दे

(ये संजीव से मैने ही कहा था कि मेरे सामने अपनी मोम से आंटी के तानो की बात ज़रूर करना …ये मेरे प्लान का हिस्सा था)



मैं(अंजान बनते हुए)-क्या..??...आंटी आप को ताने…बट किस लिए

आंटी तो खामोश रही बट संजीव बोला
संजीव-भाई वो क्या है कि मोम सिंपल साड़ी पहन कर ही रहती है….ओर उनकी फरन्ड थोड़ी सी मॉर्डन है…इसलिए…

मैं-ये तो ग़लत है…मॉर्डन ड्रेस से कोई सहर का नही हो जाता ऑर ना ही सिंपल रहने वाला गाओं का….

आंटी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बोली
आंटी-छोड़ो भी वो तो है ही ऐसी…मैं तो वही करूगी जो मुझे पसंद है

संजीव-ठीक है मोम पर आप प्लीज़ शॉपिंग कर आओ….ओके

आंटी-बट बेटा ..तुम…

मैं बीच मे ही आंटी की बात काट कर बोला

मैं-नही आंटी संजीव ठीक कह रहा है….आंटी अब तो आपको शॉपिंग जाना ही होगा…चलो मैं चलुगा आपके साथ….अब देखते है कोई कैसे आपको ताने देता है..

आंटी1(जो ताने की बात सुनकर थोड़ा दुखी ओर गुस्से मे आ गई थी)-कोई कुछ भी कहे कहने दो…क्या फ़र्क पड़ता है…मैं तो अपने मन की शॉपिंग करूगी

मैं-नही आंटी हमारे होते हुए कोई आपको ताने दे ये नही होने देगे…आप चलिए प्लीज़…मेरे साथ चलिए

आंटी1- ओके…चल चलते है ….बट संजू का ख्याल कौन रखेगा

संजीव(बीच मे ही बोल पड़ा)-मोम आप लोग जाओ मैं ठीक हूँ…ओर पूनम दी है ना घर पर…कुछ होगा तो उनसे बोल दूँगा
आंटी1-ओके बेटा ..मैं पूनम से बोल कर रेडी होती हूँ….जब तक खाना खा लो

(इसके बाद आंटी ने पूनम को बुलाकर सब बात बता दी ऑर तैयार होने चली गई….पूनम ने मुझे खाना लगाया ऑर हम ने मिलकर मस्ती के साथ खाना खाया…जब तक संजीव वही सोफे पर बैठा रहा ..पेट पकड़े हुए)

खाना खाने के बाद मैं संजीव को रूम मे लाया ऑर उसे रेस्ट करने का बोल कर ….चेंज करने लगा

मैं रेडी हुआ ही था कि आंटी की आवाज़ आई ….
आंटी1-अक…बेटा रेडी हो
मैं-(उपर से ही)-हाँ आंटी बस 1 मिनट मे आया
मैने संजीव को देखा वो अभी जाग रहा था ऑर बोला
मैं-भाई तेरी माँ की चूत के लिए सफ़र सुरू…..हाहहहा

संजीव ने भी मुस्कुरा दिया ओर हाथ से इशारे से बेस्ट ऑफ लक बोल दिया

मैं नीचे आया तो आंटी को देखता ही रह गया
क्या लग रही थी आंटी….पिंक कलर की साड़ी के साथ मॅचिंग ब्लाउस….इयररिंग….पर्स..ओर होंठो पर शाइन करती हुई पिंक लिपस्टिक भी…

मैं- वाउ …आंटी..लुकिंग ब्यूटिफुल
आंटी-(खुश होते हुए)- थॅंक्स बेटा…चले

मैं ऑर आंटी घर से बाहर आ कर मेरी कार से मार्केट के लिए निकले….मैं कार चलाते हुए आंटी को तिरछी नज़रों से देख रहा था ऑर बाते भी कर रहा था
मैं-आंटी 1 बात बोलूं…
आंटी-हाँ बोल ना
मैं-आंटी ..आप बुरा तो नही मनोगी ना
आंटी-अरे नही बेटा बोल ना
मैं-आंटी..वो…वो आप
आंटी-डर क्यो रहा है …बोल ना…ये क्या वो वो कर रहा है
मैं-आंटी आप आज बहुत हह..हॉट लग रही हो(मैने पहला तीर छोड़ दिया)
आंटी-(शरमाते हुए)-चल,पागल कही का…मैं कहाँ से हॉट लग रही हूँ
मैं-(शरमा गई मतलब अगला तीर छोड़ने का टाइम)- आंटी आप उपर से लेकर नीचे तक हॉट दिख रही हो

आंटी(थोड़ा ज़्यादा शरमाते हुए)-तू पागल हो गया….मैं कहाँ…….
मैं-(बीच मे ही बोल पड़ा)-कसम से आंटी…हॉट हो आप
आंटी(अचानक शांत हो गई)-क्या मतलब???

मैने सोचा साली डान्टेगी बट ये तो मतलब पूछने लगी…शायद इसे उतना बुरा नही लगा



मैं-आंटी, मैं ये बोल रहा हूँ कि आप हॉट ही हो….क्या दिख रही हो….लग ही नही रहा कि आप 2 बड़े बच्चों की मोम हो
आंटी(शरमा गई)-कुछ भी….

मैं-कसम से आंटी

आंटी-अच्छा मान लिया….तुझे हॉट लगी तो हॉट हूँ,,,अब ठीक
मैं-हाँ

(हमारे यहाँ 2 मार्केट है….छोटे वाले मे सामान तो अच्छा मिलता है बट मॉर्डन सामान बड़े मार्केट मे मिलता है जो थोड़ा दूर पड़ता है…मैने छोटे मार्केट को छोड़कर बड़े मार्केट का रास्ता ले लिया )

आंटी-अर्ररे…बेटा मार्केट तो पीछे रह गया…कहाँ ले जा रहा है
मैं(शरारती स्टाइल मे)-अपनी हॉट आंटी को भगा कर ले जा रहा हूँ
आंटी(थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए)-चुप...मुझे भगा ले जायगा....बेटा किसी हॉट लड़की को भगाने की एज है तेरी....हहहही

मैं-(मन मे सोच कर कि ये गुस्सा नही हुई...मतलब काम बन रहा है)- अरे आंटी आपके आगे कोई लड़की क्या लगेगी....ऑर प्यार मे एज डोएसन्थ मॅटर...हाहहाहा

आंटी(हँसते हुए)-अच्छा बाबा मुझे भगा ले जा...पर ये तो बता कि कहाँ ले जा रहा है
मैं-आंटी ...हम बिग मार्केट से शॉपिंग करेगे
आंटी-पर क्यो…यहाँ भी अच्छा समान मिलता है बेटा
मैं-आंटी यहाँ मॉर्डन ड्रेस नही मिलती है…
आंटी-मॉर्डन ड्रेस…किसके लिए चाहिए
मैं-आपके लिए ऑर किसके लिए
आंटी(चौुक्ते हुए)-कयय्या…मैं क्या करूगी मॉर्डन ड्रेस का
मैं-आंटी आप उसे पहन कर अपनी फ्रेंड के घर शादी मे जाएगी
आंटी(डबल शॉक्ड)-क्या…नही बेटा मैं…नही
मैं-क्यो नही आंटी
आंटी-बेटा मोर्डन ड्रेस जवान लोग ही पहने तो अच्छा लगता है
मैं-आंटी…ये क्या कह रही है….आप भी जवान ही हो…..
आंटी-अरे नही बेटा….मैं तो
मैं-आंटी आपकी फरन्ड भी तो आपकी एज की है…वो पहन सकती है तो आप क्यो नही
आंटी-पर…वो तो बेटा..नही ना
मैं-आंटी आप आज भी जवान लड़की से ज़्यादा हॉट दिखती है
आंटी(शरमा कर)-ठीक है बट ड्रेस क्यो
मैं-आंटी आपकी फरन्ड जो आपको सुनाती है ….उसका मुँह बंद करने को
आंटी(उदास हो गई)
मैं-आंटी पूनम ऑर संजीव ने मुझे बताया है….वो समझती क्या है आपको
आंटी(उदास स्वर मे)-अरे बेटा उसके घर आज़ादी है…पति है नही ऑर बेटी उसी की तरह सोचती है तो वो कुछ भी पहन कर घूमती है..ऑर घमंडी भी है तो ताने मारती है

इतना बोलकर आंटी का चेहरा उतर सा गया

मैं-नही आंटी आप ऐसा मत सोचो...मैं बोल रहा हूँ...आप सबसे अच्छी हो...अभी भी आपका फिगर कयामत धाता है(ये बोलने के बाद आंटी मुझे बड़ी-2 खा जाने वाली नज़रो से देखने लगी...ओर मैने सोचा कि क्या बोल गया...जल्दी कर दी क्या...तो बात संभालते हुए बोला)

मैं-मैने कुछ ग़लत कह दिया क्या

आंटी-(कुछ देर चुप रही फिर बोली)-नही बेटा ...पर तू ऐसी बाते कहाँ से सीख गया
मैं-अरे इसमे सीखना क्या आंटी ...जवान हो रहा हूँ....तो सब अपने आप ही आ रहा है...हाहहाहा
आंटी(शरमाते हुए)-बदमाश...बड़ा जवान हो रहा है....मुझे तो पता ही नही चला
मैं(1 तीर ऑर छोड़ा)-अर्रे आंटी कभी मौका दो तो बताउन्गा कि जवान हुआ कि नही…आपने मौका ही नही दिया
आंटी(सकपकाते हुए)-क्या मतलब
मैं(बात घूमाते हुए)-मतलब आपने कभी ध्यान ही नही दिया मुझ पर
आंटी(हँसते हुए)-आगे से ज़रूर ध्यान दूगी…पर बेटा अभी ड्रेस का रहने दो
मैं-क्यो आंटी
आंटी-बेटा संजू के पापा को ये सब अच्छा नही लगता…
मैं-आंटी वो आप मुझ पर छोड़ दो…बस आप गर मुझसे थोड़ा भी प्यार करती हो तो मॉर्डन ड्रेस ही लोगि
आंटी(अंदर से खुश होते हुए)-चाहती तो मैं भी हूँ…लेकिन संजू के पापा
मैं-आंटी बोला ना कि आप बस हां बोलो…….बाकी मैं संभाल लूँगा…ट्रस्ट मी
आंटी-ठीक है बट मैने आज तक ऐसी ड्रेस खरीदी नही…कैसे होगा..???
मैं-आंटी, उसकी टेन्षन भी मत लो मैं हूँ ना…आपको बेस्ट ड्रेस ही दिलवाउंगा
आंटी-ओके…तो चलो देखते है

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