आंटी-मेरे बेटे का दोस्त
पायल-क्या..*???...वो तो अभी छोटा सा है…वो क्या…..रजनी मज़ाक क्यो कर रही हो मुझसे
आंटी-अरे पायल मज़ाक नही ..सच मे..
पायल-तू पागल है क्या…वो बच्चा मेरे किस काम का…छोड़ो भी
मैं(मन मे)-साली ये बच्चा तेरे पेट मे बच्चा डाल देगा…आ तो सही मेरे पास..
आंटी-पायल..वो बच्चा सिर्फ़ एज से है…..उसका लंड अच्छी-अच्छी चूतो की धज्जिया उड़ा देगा
पायल(हँसते हुए)-छोड़ ना…वो क्या करेगा..हहेहेहेः
आंटी-तू एक बार देख तो ले….तेरी चूत उसका लंड देखते ही पानी ना छोड़ दे तो कहना...
पायल-सच मे…पर तुझे कैसे पता…तूने कब देख लिया…
आंटी-अरे मेरी जान…देखा ही नही उसके लंड से अपनी चूत ऑर गान्ड फडवाइ है..
पायल-झूट मत बोल….मैं नही मानती…
आंटी-अच्छा..अगर मैं तुझे दिखाऊ तो....
पायल-अगर तू मेरे सामने उसका लंड चूस ले तो मान जाउन्गी…ऑर फिर जो तू कहे...
आंटी-फिर तुझे चुदवाना पड़ेगा...
पायल-हाँ….पर शर्त ये है कि लंड दमदार होना चाहिए..
आंटी-ओके….ऐसा लंड है …जिसे लेकर तुझे अहसास होगा कि तेरी असली सुहाग रात हो रही है
पायल-देखते है..
आंटी-तो देर क्यो..आज तू पूल पार्टी मे जा नही सकती तो..तेरी पार्टी , पूल पार्टी के पहले करवाती हूँ..अभी चल मेरे साथ…
पायल(कुछ सोच कर)-ओके..चल..
जैसे ही मैने सुना कि आंटी मेरे पास आ रही है तो मैं…वहाँ से निकल के तेज़ी से अपने रूम मे आने लगा …
लेकिन बीच मे ही मुझे आंटी का कॉल आ गया
(कॉल पर)
मैं-हाँ आंटी…बोलो
आंटी-बेटा कहाँ हो..??
मैं-बस घूम रहा हूँ,,,,बोलो, कुछ काम है क्या
आंटी-हां बेटा तू हवेली के पिछले गलियारे मे आ जा..अभी
मैं-ओके आंटी..अभी आया
फ़ोन रख कर मैने सोचा कि थोड़ा रुक कर जाता हूँ ताकि उन्हे ये ना लगे कि मैं पास मे ही था
थोड़ी देर वेट करके मैं आंटी के पास पहुच गया…वहाँ आंटी मिली…पायल वही पेड़ के पास बैठी थी
मैं-आंटी क्या हुआ..??
आंटी(खुश हो कर)-बेटा एक न्यू चूत मिल गई तेरे लिए
मैं(बनते हुए)-क्या बात है मेरी प्यारी आंटी…कहाँ है…दिखाओ..
आंटी-हां..पर पहले मुझे तेरा लंड चूसना है..
मैं-अच्छा…पर क्यो..????
आंटी-अरे वो चाहती है की तेरा देख ले…फिर चुदने को हाँ करेगी
मैं-आंटी आप जैसा कहो…बोलो कहाँ चलना है
आंटी-मेरे साथ आ..
इसके बाद मैं आंटी के साथ पायल के पास पहुच गया…ऑर आंटी ने पायल को साथ आने का कहा…ऑर फिर हम सब गार्डेन के साइड मे बने एक छोटे घर मे चले गये.....
ये घर छोटा ज़रूर था..पर यहाँ भी सब आइटम था ज़रूरत का…कामिनी ने सच मे बहुत खर्च किया था अपनी हवेली पर…
उस घर के हॉल को देख कर ऐसा लगा कि यहाँ मसाज किया जाता है…..वहाँ मसाज करने के काफ़ी आइटम रखे हुए थे..ऑर साथ मे अंदर एक छोटा सा पूल भी था…
हम जैसे ही अंदर गये…तो आंटी ने गेट को अंदर से लॉक किया ऑर तुरंत अपने कपड़े निकाल कर नंगी हो गई ऑर झुक कर मेरे पेंट को अंडरवर के साथ नीचे कर दिया..
मैं ऑर पायल शॉक्ड थे कि अचानक ऐसा कैसे कर लिया आंटी ने ....पर आंटी पूरी मस्ती मे थी...ऑर अपना काम करती रही...
अंडरवर के नीचे होते ही मेरा लंड फडफडाता हुआ बाहर आ गया….जो आंटी ऑर पायल की बाते सुन कर थोड़ा कड़क होने लगा था…
मेरा लंड देख कर आंटी के मूह मे पानी ऑर पायल की आँखो मे चमक आ गई…ऑर पायल आँखे फाडे मेरे लंड को देखती रही…ऑर आंटी ने गप्प से मेरे लंड को आधा मूह मे भर लिया
आंटी एक हाथ से अपने बूब्स मसले जा रही थी ओर एक हाथ से लंड पकड़ कर चूसने लगी....
आंटी ने लंड को गीला किया ऑर मूह से निकाल कर बोली
आंटी-ले पायल देख ले…कैसा है…फाड़ देगा ना तेरी…??
पायल-चुप चाप टक-टकी लगाए लंड देखती रही पर बोली कुछ नही
आंटी-बोल ना…पसंद आया
पायल ने झटकते हुए आँखे नीचे कर ली ऑर शरमाने लगी..
आंटी-अब देख , शरमा मत…आज ये तेरा है…मना ले अपनी पार्टी…फिर पूल पार्टी मे जाने की ज़रूरत ही नही,,,तो ना जाने का गम भी नही होगा....
पायल खामोश खड़ी रही …तभी आंटी का कॉल आ गया,,,ऑर वो , अभी आई.. कह कर जाने लगी ऑर बोली
आंटी-पायल…आज असली लंड से सुहागरात मना ले…मैं जाती हूँ…ऑर बेटा…इसे प्यार से चोदना…ऑर पूरा चोद कर ही आना…कोई भी छेद ना बच पाए
मैं(मुस्कुरा कर)-आप टेन्षन ना लो आंटी..इसे अपनी बीबी की तरह चोदुगा..
मैने ऐसा कहा ऑर पायल को देखा …वो शरमा के खड़ी हुई थी…
आंटी चली गई ऑर मैने पायल से कहा…
पायल जी…गेट लॉक तो कर दीजिए…
पायल बिना बोले गई ऑर गेट लॉक करके वापिस आ गई…
जैसे ही पायल वापिस आई तो मैने उसे गौर से देखा…
पायल के बूब्स भी 36 के लग रहे थे ऑर गान्ड भी मस्त थी…गान्ड का साइज़ बाद मे पता चल ही जायगा…
हम दोनो ही अपनी जगह पर खड़े हुए यहे...पायल नीचे देख रही थी ऑर चोरी-चोरी मेरे लंड को भी देख लेती थी…
मैं अपनी पेंट ओर अंडरवर घुटनो मे फसाए हुए पायल को देख रहा था…
पायल बड़ी प्यारी लग रही थी…उसने साड़ी पहनी हुई थी ऑर स्लीब्लेस्स ब्लाउस…माथे पर बिंदिया ऑर कान मे इयररिंग थे…
मैं पायल को देख कर पूरा गरम हो रहा था…ऑर पायल भी शायद गरम हो रही थी …पर हम दोनो ही आगे नही बढ़ रहे थे…
फिर मैने सोचा कि टाइम बर्बाद नही करना चाहिए…ओर मैं पायल के पास जा कर उससे बोला
मैं-पायल
पायल-नज़रे झुकाए खड़ी रही….सिर्फ़ ह्म्म्म ..कर के जवाब दिया..
मैं-पायल तुम दिल से ये करना चाहती हो तो ठीक है….नही तो मैं चला जाता हूँ…
पायल –चुप रही..
मैं-देखो अगर बोलोगी नही तो मैं जा रहा हूँ..
जैसे ही मैने जाने की बात की तो पायल ने झट से अपनी गर्दन उठा ली ओर मेरा हाथ पकड़ लिया…मैं मुस्कुरा दिया
मैं-ठीक है तो अब क्या खड़ी रहोगी…???
पायल-मैं,,,वो…क्या कहूँ....
मैं-जो भी है सॉफ-सॉफ कहो
पायल-मुझे थोड़ा डर लग रहा है..
मैं-किस बात का..???
पायल-वो मैं पहली बार किसी को ऐसे देख रही हूँ
मैं-ऐसे मतलब…ये मेरे लंड के बारे मे बोल रही हो
पायल-हाँ मे गर्दन हिला दी..
मैं-तो क्या हुआ…लाइफ मे सब कुछ कभी ना कभी पहली बार होता है…वैसे तुम्हे पसंद आया ..???
पायल(शरमाते हुए)-ह्म्म्मक
मैं-ह्म्म….तो तुम्हे प्यार कर लूँ…
पायल(शरमाते हुए)-ह्म्म
मैं तो कब्से इसी इंतज़ार मे था…मैं तो बस ये चाहता था कि पायल अपनी मर्ज़ी से मुझे प्यार करे…तभी चुदाई का मज़ा आता है…
पायल के हाँ बोलते ही मैने पायल के कंधो को पकड़ा…ऑर पायल ने अपनी गर्दन उठा ली….मैने देर ना करते हुए पायल के होंठो पर किस कर दी…पायल पूरी तरह से काँप रही थी..
मैने फिर से किस की पर पायल सिर्फ़ आँखे बंद किए हुए खड़ी थी किस का रेस्पॉन्स नही दे रही थी…और उसे कपकपि भी छूट रही थी...
मैने सोचा कि पायल पहली बार किसी गैर के साथ चुदने आई है…तो डर रही है…पहले इसे नॉर्मल करना होगा…
यही सोच कर मैने पायल के गले मे बाहे डाल कर उसके होंठो पर अपने होठ रख दिए….ऑर चूसना सुरू कर दिया..
मेरा लंड देख कर आंटी के मूह मे पानी ऑर पायल की आँखो मे चमक आ गई…ऑर पायल आँखे फाडे मेरे लंड को देखती रही…ऑर आंटी ने गप्प से मेरे लंड को आधा मूह मे भर लिया
आंटी एक हाथ से अपने बूब्स मसले जा रही थी ओर एक हाथ से लंड पकड़ कर चूसने लगी....
आंटी ने लंड को गीला किया ऑर मूह से निकाल कर बोली
आंटी-ले पायल देख ले…कैसा है…फाड़ देगा ना तेरी…??
पायल-चुप चाप टक-टकी लगाए लंड देखती रही पर बोली कुछ नही
आंटी-बोल ना…पसंद आया
पायल ने झटकते हुए आँखे नीचे कर ली ऑर शरमाने लगी..
आंटी-अब देख , शरमा मत…आज ये तेरा है…मना ले अपनी पार्टी…फिर पूल पार्टी मे जाने की ज़रूरत ही नही,,,तो ना जाने का गम भी नही होगा....
पायल खामोश खड़ी रही …तभी आंटी का कॉल आ गया,,,ऑर वो , अभी आई.. कह कर जाने लगी ऑर बोली
आंटी-पायल…आज असली लंड से सुहागरात मना ले…मैं जाती हूँ…ऑर बेटा…इसे प्यार से चोदना…ऑर पूरा चोद कर ही आना…कोई भी छेद ना बच पाए
मैं(मुस्कुरा कर)-आप टेन्षन ना लो आंटी..इसे अपनी बीबी की तरह चोदुगा..
मैने ऐसा कहा ऑर पायल को देखा …वो शरमा के खड़ी हुई थी…
आंटी चली गई ऑर मैने पायल से कहा…
पायल जी…गेट लॉक तो कर दीजिए…
पायल बिना बोले गई ऑर गेट लॉक करके वापिस आ गई…
जैसे ही पायल वापिस आई तो मैने उसे गौर से देखा…
पायल के बूब्स भी 36 के लग रहे थे ऑर गान्ड भी मस्त थी…गान्ड का साइज़ बाद मे पता चल ही जायगा…
हम दोनो ही अपनी जगह पर खड़े हुए यहे...पायल नीचे देख रही थी ऑर चोरी-चोरी मेरे लंड को भी देख लेती थी…
मैं अपनी पेंट ओर अंडरवर घुटनो मे फसाए हुए पायल को देख रहा था…
पायल बड़ी प्यारी लग रही थी…उसने साड़ी पहनी हुई थी ऑर स्लीब्लेस्स ब्लाउस…माथे पर बिंदिया ऑर कान मे इयररिंग थे…
मैं पायल को देख कर पूरा गरम हो रहा था…ऑर पायल भी शायद गरम हो रही थी …पर हम दोनो ही आगे नही बढ़ रहे थे…
फिर मैने सोचा कि टाइम बर्बाद नही करना चाहिए…ओर मैं पायल के पास जा कर उससे बोला
मैं-पायल
पायल-नज़रे झुकाए खड़ी रही….सिर्फ़ ह्म्म्म ..कर के जवाब दिया..
मैं-पायल तुम दिल से ये करना चाहती हो तो ठीक है….नही तो मैं चला जाता हूँ…
पायल –चुप रही..
मैं-देखो अगर बोलोगी नही तो मैं जा रहा हूँ..
जैसे ही मैने जाने की बात की तो पायल ने झट से अपनी गर्दन उठा ली ओर मेरा हाथ पकड़ लिया…मैं मुस्कुरा दिया
मैं-ठीक है तो अब क्या खड़ी रहोगी…???
पायल-मैं,,,वो…क्या कहूँ....
मैं-जो भी है सॉफ-सॉफ कहो
पायल-मुझे थोड़ा डर लग रहा है..
मैं-किस बात का..???
पायल-वो मैं पहली बार किसी को ऐसे देख रही हूँ
मैं-ऐसे मतलब…ये मेरे लंड के बारे मे बोल रही हो
पायल-हाँ मे गर्दन हिला दी..
मैं-तो क्या हुआ…लाइफ मे सब कुछ कभी ना कभी पहली बार होता है…वैसे तुम्हे पसंद आया ..???
पायल(शरमाते हुए)-ह्म्म्मक
मैं-ह्म्म….तो तुम्हे प्यार कर लूँ…
पायल(शरमाते हुए)-ह्म्म
मैं तो कब्से इसी इंतज़ार मे था…मैं तो बस ये चाहता था कि पायल अपनी मर्ज़ी से मुझे प्यार करे…तभी चुदाई का मज़ा आता है…
पायल के हाँ बोलते ही मैने पायल के कंधो को पकड़ा…ऑर पायल ने अपनी गर्दन उठा ली….मैने देर ना करते हुए पायल के होंठो पर किस कर दी…पायल पूरी तरह से काँप रही थी..
मैने फिर से किस की पर पायल सिर्फ़ आँखे बंद किए हुए खड़ी थी किस का रेस्पॉन्स नही दे रही थी…और उसे कपकपि भी छूट रही थी...
मैने सोचा कि पायल पहली बार किसी गैर के साथ चुदने आई है…तो डर रही है…पहले इसे नॉर्मल करना होगा…
यही सोच कर मैने पायल के गले मे बाहे डाल कर उसके होंठो पर अपने होठ रख दिए….ऑर चूसना सुरू कर दिया.
कितने सॉफ्ट होंठ थे पायल के…शायद इसके पति ने इनको चूसा भी नही होगा ठीक से..
मैने थोड़ी देर पायल के होठ चूस्ता रहा…ऑर फिर पायल ने भी मेरे होंठों को चूसना सुरू कर दिया…..अब उसका कांपना …ख़त्म हो गया था…
मैने होठ चूस्ते हुए..अपनी जीभ पायल के मूह मे डाल दी..ऑर पायल ने भी रेस्पॉन्स देते हुए मेरी जीभ को चूसना सुरू कर दिया…
ऐसे ही मैं पायल की ऑर पायल मेरी जीभ चूस्ते रहे….
हम करीब 5 मिनिट तक एक दूसरे के होंठो का रस पान करते रहे ….
फिर मैं एक हाथ से पायल का एक बूब दवा दिया…ऑर पायल ने होठ चूसने की स्पीड बढ़ा दी…
मैने दोनो हाथो से पायल के दोनो बूब्स को दबाना सुरू किया ऑर पायल ने अपनी बाहें मेरे गले मे डालकर मेरे होंठो को चूसना सुरू कर दिया..
अब पायल पूरी मस्ती मे मेरे होठ चूस रही थी..ऑर उसका डर भी ख़त्म हो रहा था…
मैने मौका देख कर पायल का पल्लू हटा दिया ओर उसके बड़े-बड़े बूब्स ब्लाउस मे रह गये…
क्या बूब्स थे पायल के…..मैने देर ना करते हुए दोनो बूब्स को हाथो मे लेकर मसलना तेज कर दिया ऑर पायल ने उसी तेज़ी से मेरे होंठो को चूसना सुरू किया…
हम 10 मिनिट से ऐसे ही खड़े हुए बूब्स आंड किस का मज़ा ले रहे थे..मैने पायल को रोका..
मैं-पायल…तुम सच मे कमाल की हो…क्या बूब्स है तुम्हारे…चूसने मे मज़ा आयगा…
मेरी बात सुनकर पायद शरमा गई पर बोली कुछ नही…उसने अपने हाथ पीछे ले जा कर अपने ब्लाउस की डोरी खोल दी ऑर ब्लाउस निकाल के बोली
पायल-अब देख लो अच्छे से
मैं(एक बूब्स पर हाथ रख कर)-अभी नही…इन्हे आज़ाद करो पहले..
पायल ने मुस्कुराते हुए…अपनी ब्रा को ओपन करके निकाल दिया…ऑर बोली-
पायल-अब खुश
मैं(दोनो बूब्स को दबा कर )-अभी बताता हूँ…
ऑर मैने झुक कर पायल के एक मम्मे को मूह मे भर लिया ऑर दूसरे को हाथ से मसल्ने लगा…पायल मस्ती मे सिसकने लगी..
मैं-उउंम्म….उउउंम्म…उउउंम्म..मम्मूउहमम्म
पायल-आअहह..अहहह..आह…उउउंम…ऊहह
मैं-सस्स्ररुउपप…सस्स्ररुउपप….सस्ररुउपप
पायल-उउंम..आअहह…आहह..ऊहह…ऐसे….हहिी…आहह
मैं कुछ देर पायल के बूब्स को बारी-बारी चूस्ता ऑर मसलता रहा…ऑर पायल पूरी गरम हो गई…मैने बूब्स को छोड़ा ऑर बोला
मैं-पायल…सच मे मस्त बूब्स है तुम्हारे….इन्हे तो बस चूस्ता ही रहूं….
पायल-सच मे…तो चूस लो ना…इसी लिए तो आई हूँ…
मैं-हाँ..चूसूगा..पर प्यार से..धीरे-धीरे….पहले ये कपड़े निकालो …
पायल ने थोड़ा शरमाते हुए अपनी साड़ी ऑर पेटिकोट निकाल के रख दिया ऑर पैंटी मे खड़ी हो गई..
मैं-पायल ये भी…
पायल-मुझे शर्म आती है..
मैं-ठीक है तो मैं निकाल दूं..???
पायल(शरमाते हुए)-ह्म
मैने पायल के पास जाकर उसकी पैंटी को निकाला ऑर झुक कर उसकी चूत देखने लगा…
क्या मस्त चूत थी …पूरी चिकनी…जैसे कि मुझे पसंद है…
पायल शर्म से अपनी जाँघो को साथ लिए खड़ी थी …मैने उसके पैरो को फैला कर उसकी चूत पर किस कर दिया तो पायल के मूह से आह निकल गई…
जैसे ही मैं खड़ा हुआ तो पायल मुझे बाहों मे जाकड़ कर किस करने लगी…पायल पूरी मस्ती मे मुझे किस कर रही थी….
वो अब पूरी गरम हो गई थी…
मैने पायल को किस करना बंद किया ऑर उसे बेड पर ले जाके लिटा दिया..….
पायल आँखे बंद किए हुए पूरी नंगी मेरे सामने बेड पर लेटी थी…ऑर मैं उसके सामने खड़ा उसे देखे जा रहा था.......
मैने भी जल्दी से अपने पेंट ऑर अंडरवर को निकाल दिया…
मैं पायल के पास बेड पर पहुचा तो पायल ने आँखे खोल दी ऑर हम ने फिर से किस किया…
फिर मैने पायल के पैरो की तरफ आ गया ऑर पायल की जाँघो को चूमने लगा..
पायल-आहह…क्या..कर रहे हो…??
मैं-तुम बस मज़े लो पायल ऑर मुझे प्यार करने दो…
पायल-पर वहाँ क्यो…कोई नही करता
मैं-मैं तो करता हूँ...तुम्हारे पति नही करते..???
पायल-नही आज तक यहाँ नही चूमा
मैने पायक की जाँघो पर जीभ फिरा दी..
पायल-ऊहह...कुछ होता है...
मैं-चुप रहा ऑर पायल की जाँघो को दोनो हाथो से पकड़ कर चूमने चाटने लगा…
पायल-आहह….ऊहह
मैं---उउउंम..सस्ररुउउप्प…मम्मूउहह
पायल-आहह…तुम पागल कर दद्दूवगगी…उउउम्म्म्ममममम
मैने ऐसे ही जाँघो को चूमते हुए पायल की जाँघो को फैला दिया…ऑर पायल ने शरमा कर अपना हाथ अपनी चूत पर रख लिया…
मैं-ये क्या…
पायल..वहाँ नही..
मैं-क्यो…
पायल-आज तक मेरे पति ने वहाँ किस नही किया
मैं-मैं तो प्यार करूगा..अब हाथ हटाओ..
पायल ने हाथ हटाया ओर मैने पायल की चूत को मूह मे भर लिया..
पायल-आहह…उउउंम्म….क्या किया…ऊहहू…..सच मे…..पागल हो जाउन्गी….आअहह
मैने पायल की चूत को कुछ देर चूमा ऑर पायल आहे भरती रही…
मैं- पायल…सच मे मस्त चूत है तुम्हारी…
पायल(शरमा गई)
मैं-पहली बार ये चूत चख रहा हूँ तो कुछ मीठा हो जाए…
पायल-मीठा..??? मतलब..???
मैं-रूको बताता हूँ
ऑर मैं उठ कर उस छोटे से घर के किचन मे गया ऑर वापिस आते हुए 1 डिब्बी साथ लाया…
पायल-ये क्या है..???
मैं-तुम बस मज़े लो ….सब बताउन्गा..
मैं किचन से शहद की डिब्बी ले कर आया था..
मैं फिर से पायल के पैरो के पास बैठ गया ओर मैने डिब्बी खोल कर शहद को पायल की चूत मे डाल दिया ऑर थोड़ा सा शहद उसकी जाँघो पर भी डाल दिया…
पायल-ऊहह,,,,,ये,,,ये….क्या है..???
मैं-रूको अभी बताता हूँ..
इतना कह कर मैने डिब्बी को साइड मे रखा ऑर झुक कर पायल की जाँघो को चाटने लगा…
जब जाँघो पर पड़ा शहद चाट किया तो फिर मैने पायल के पैर फैलाए ऑर उसकी चूत पर जीभ फिरा दी…
पायल-आअहह……मर गई.
मैने जीभ चलाना चालू रखा ओर पायल सिसकने लगी...
मैं-सस्स्रर्र्ररुउउउप्प्प्प….आहह..सस्स्स्र्र्ररुउउप्प्प
पायल-ऊहह…न्न्नूओ…आअहह…..म्म्मा ज़्ज़्ज़ाअ….आ.एयेए..गगगययया……ऊओह..
मैं-सस्स्स्र्र्ररुउउप्प….सस्स्र्र्ररुउउउप्प
पायल-उूउउम्म्म्ममम…..पहली बार…..इतना..आहह…मज़ा……आअहह……
पायल चूत चाटने से गरम हो गई ऑर मेरा सिर अपनी चूत मे दबाते हुए झड़ने लगी.....
पायल-आहह…आआईयइ….ईीस्स..यईीस..स….ऊओह..ऊहह…आहह..आहह
पायल की चूत का रस ऑर उसकी चूत मे भरा शहद मिक्स हो गया ओर मैं उसे चूस कर पीने लगा…
मैं तब तक पायल की चूत चाट ता रहा जब तक कि शहद ऑर चूत रस ख़त्म नही हुआ….ऑर तब तक पायल…मस्ती मे पागल होती रही ऑर सिसकती रही…
जैसे ही सहद चूत से ख़त्म हो गया मैने मूह हटा लिया….ऑर सहद की डिब्बी उठा कर पायल की जाँघो के बीच मे खड़ा होकर उसके उपर झुक गया
मैं-मज़ा आया..??
पायल-इतना मज़ा …..कभी नही आया…तुम सच मे कमाल करते हो..
मैं-अभी तो शुरुआत है डार्लिंग….अभी तो बहुत से कमाल है..
पायल-आज सच मे पागल कर दोगे तुम.....वैसे उस डिब्बी मे क्या था…
मैं-खुद ही टेस्ट कर लो..
ऑर मैं पायल को किस करने लगा…
मेरे किस से पायल के मूह मे शहद का टेस्ट गया तो बोली
पायल-शहद…सच मे क्या-क्या..करते हो…ऐसा तो मैं सोच भी नही सकती
मैं-तुम बस मज़े करो..सोचने का काम मेरा
ऑर फिर मैने शहद की डिब्बी उठाई ऑर पायल के बूब्स पर थोड़ा-2 शहद डाल दिया….
ऑर फिर जीभ फिराते हुए पायल के बूब्स पर से शहद को चाटने लगा…..मैने चाट ते हुए पायल के निप्पल को मूह मे दबा के चूस लिया
पायल-आहहह…..
मैं-उउम्म्म्म
पायल-ऊहह…..क्क्हाअ ज्ज्जाआओ…आअहह
मैने बारी-2 पायल के निप्पल को चूसना जारी रखा ओर पायल पागल होकर सिसकती रही
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